गुरुवार के दिन न करें ये काम वरना हो जायेंगे गरीब !
शास्त्रों में गुरुवार के दिन कुछ विशेष कार्यों को करने की मनाही है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार गुरुवार के दिन कुछ विशेष कार्य करने से जीवन में नकारात्मकता बढ़ती है। इस कारण आपको आर्थिक तंगी से भी गुज़रना पड़ सकता है।
वैदिक शास्त्र में बृहस्पति ग्रह की अनुकूलता के लिए कुछ कार्य बताए गए हैं जिन्हें गुरुवार के दिन नहीं करना चाहिए। सुखद पारिवारिक जीवन, शिक्षा में बढ़ोत्तरी, ज्ञान की वृद्धि और धन की प्राप्ति के लिए गुरुवार के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही है।
तो चलिए जानते हैं कि गुरुवार के दिन किन कार्यों को करने की मनाही है।
– अगर कोई आर्थिक तंगी से परेशान है तो उस व्यक्ति को भूलकर भी अपने पिता, गुरु या किसी साधु-संत का अपमान नहीं करना चाहिए क्योंकि बृहस्पति पिता, गुरु और साधु-संत के प्रतिनिधि हैं अर्थात् इनका अपमान करने से बृहस्पति देव भी अप्रसन्न हो जाते हैं और इस कारण आपके जीवन में कष्टों का आगमन होता है।
– शास्त्रों के अनुसार गुरुवार को घर पर खिचड़ी न तो बनानी चाहिए और न ही खानी चाहिए। ऐसा करना गुरु के अशुभ फल का कारक होता है।
– गुरुवार को नाखून काटना सख्त वर्जित है।
– शास्त्रों में बृहस्पतिवार के दिन महिलाओं को बाल धोने की भी मनाही है। मान्यता है कि गुरुवार को महिलाओं के बाल धोने से संपत्ति और संपन्नता में कमी आती है।
– इसके अलावा गुरुवार को कपड़े भी नहीं धोने चाहिए। इससे भी बृहस्पति देव अशुभ फल प्रदान करते हैं।
गुरुवार के दिन क्या करना रहता है शुभ
– गुरुवार को सूर्योदय से पूर्व स्नान कर भगवान विष्णु के आगे गाय के शुद्ध देसी घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से आपको भगवान विष्णु के साथ-साथ गुरु ग्रह की कृपा भी प्राप्त होगी।
– प्रत्येक गुरुवार को घर से निकलने से पहले केसर या हल्दी का तिलक लगाएं।
– गुरुवार को बृहस्पति ग्रह को प्रसन्न करने के लिए पीले रंग की वस्तुओं के दान का भी बहुत महत्व है। गुरुवार के दिन पीले रंग की वस्तुओं का दान करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
– यदि संभव हो तो गुरुवार के दिन व्रत भी रखना चाहिए।
– बृहस्पतिवार के दिन भगवान शिव को पीले रंग के लड्डू अर्पित करना शुभ रहता है।
– शास्त्रों में गुरुवार को केले के पेड़ का पूजन करना शुभ माना गया है। इस दिन पीले रंग के पकवान और फल अर्पित करें। इसके अलावा केले का दान करें।
शास्त्रों के अनुसार गुरुवार के दिन अगर कोई भी व्यक्ति इन नियमों का पालन नहीं करता है तो उसके जीवन में दुख और कष्ट आते हैं। गुरु के अशुभ प्रभाव का असर जातक के वैवाहिक जीवन पर भी पड़ता है। इसलिए अगर आप अपने जीवन को सुखमय बनाना चाहते हैं तो गुरुवार के दिन ये वर्जित कार्य न करें।