बहुत कम लोग ही जानते हैं भगवान गणेश के बारे में ये बातें !
भगवान गणेश के बारे में – भगवान गणेश को मंगलकारी और विघ्नहर्ता भी कहा जाता है।
किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। भगवान गणेश की उपासना से हर तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
भगवान गणेश के बारे में –
भगवान गणेश की दो पत्नियां ऋद्धि और सिद्धि हैं। गणेश जी को लड्डू का भोग बहुत पसंद है। भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र गणेश जी को आराम पसंद है एवं वह प्रथम निवेदन में ही अपने भक्तों की मनोकामनाओं को सुन लेते हैं। ये बातें तो भगवान गणेश के हर भक्त को पता ही होंगी लेकिन आज हम आपको गणेश जी के बारे में कुछ ऐसी बातें बताने जा रहें हैं तो आपने कभी नहीं सुनी होंगीं। गणेश जी से जुड़ी इन बातों का जिक्र पुराणों और शास्त्रों में भी मिलता है।
– लोगों का मानना है कि गणेश जी का वाहन मूषक होता है लेकिन मुद्गल पुराण के अनुसार गणेश जी के वाहन – शेर, मोर,सांप हैं। वहीं जैन पुस्तकों के अनुसार भगवान गणेश हाथी, भेंडा और कछुए की सवारी करते हैं। इन पुराणों के अनुसार गणेश जी का वाहन मूषक नहीं है।
– 1893 में लोकमान्य बालगंगाधर तिलक ने गणेश चतुर्थी के निजी समारोह को सामूहिक आयोजन बना दिया था जिसके बाद से बड़े स्तर पर गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। तिलक जी का उद्देश्य जाति के फासलों को मिटाकर अंग्रेज़ों के खिलाफ आंदोलन शुरु करना था। महाराष्ट्र में तो यह उत्सव दीपावली से कम नहीं होता है।
– भारत के अलावा अन्य देशों में पहले के समय में व्यापारी सफर के दौरान अपने साथ भगवान गणेश की मूर्ति रखा करते थे। इस प्रकार दूसरें देशों में भी भगवान गणेश के प्रति लोगों की आस्था बढ़ी और वहां उनका आगमन आरंभ हुआ। जापान में गणेश जी को कांगितेन के नाम से जाना जाता है और थाइलैंड, कंबोडिया, इंडोनेशिया, अफगानिस्तान, नेपाल और चीन में भी गणेश जी को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है।
– बहुत ही कम लोग इस बात को जानते हैं कि दुनिया के सबसे बड़े ग्रंथ महाभारत को भगवान गणेश ने ही पन्नों पर उकेरा था। वेद व्यास जी ने सबसे पहले गणेश जी को महाभारत की कथा सुनाई थी जिसके बाद इसे गणेश जी ने कागज़ पर लिखा था। भारत में लिखित विधा की तुलना किस्सागोई तभीसे चली आ रही है।
ये है वो बातें भगवान गणेश के बारे में – जिस घर में भगवान गणेश वास करते हैं वहां पर कभी भी दुख और कष्ट नहीं आते हैं। भगवान गणेश अपने भक्तों को कभी भी निराश नहीं करते हैं और उनके हर दुख को दूर करते हैं। कई लोग संतान एंव पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए गणेश जी का व्रत भी रखते हैं। इसके अलावा गणेश जी दरिद्रता को भी दूर करते हैं। यदि कोई व्यक्ति आर्थिक तंगी या कर्ज की स्थिति से जूझ रहा है तो उसे भगवान गणेश की आराधना करनी चाहिए। भगवान गणेश के आशीर्वाद से पैसों से संबंधित सभी तरह की परेशानियां दूर होती हैं और जीवन सुख और समृद्धि से परिपूर्ण हो जाता है।