बच्चा पढ़ाई में कमज़ोर है तो उसकी स्टाडी रूम में हो सकता है वास्तुदोष !
बच्चा पढ़ाई में कमज़ोर – भगवान ने हर इंसान को अलग बनाया है और इसी तरह उनके दिमाग की क्षमता भी अलग-अलग होती है। कुछ बच्चे पढ़ाई में तेज होते हैं तो कुछ कमज़ोर। कई बार बच्चों को मेहनत करने के बाद भी परीक्षा में सफलता नहीं मिल पाती है। ऐसे में बच्चा और अभिभावक दोनों ही चिंता में आ जाते हैं।
आपकी इस परेशानी का कारण वास्तुदोष हो सकता है। बच्चे के स्टडी रूम में किसी वासतुदोष के कारण उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता है और मेहनत करने भी उसे अच्छे अंक नहीं मिल पाते हैं।
अगर आप अपने बच्चे को इस परेशानी से बचाना चाहते हैं तो उसके स्टडी रूम में इन वास्तु नियमों का ध्यान रखें।
बच्चा पढ़ाई में कमज़ोर है तो —
– बच्चे जिस टेबल पर पढ़ाई करते हैं उसका रंग सफेद या क्रीम होना चाहिए। अगर टेबल का रंग कोई और है तो उस पर आप इन दो रंगों में से किसी एक रंग का कपड़ा बिछा सकते हैं। ज्यादा चटकीले रंगों के कारण बच्चों का ध्यान भटकने लगता है।
– बच्चों की टेबल पर गैर जरूरी सामना ना रखें। वास्तु के अनुसार स्टडी टेबल पर बेकार का सामान रखना अच्छा नहीं माना जाता है। इसके अलावा स्टडी टेबल पर बीम कॉलम या सीढियां भी नहीं होनी चाहिए।
– स्टडी टेबल पर बंद घड़ी ना रखें और बंद पैन और चाकू को भी दूर रखें। ये चीज़ें नकारात्मक ऊर्जा फैलाती हैं जिससे बच्चे के मन में भी नकारात्मक विचार आने लगते हैं और उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता है।
– कंप्यूटर को स्टडी टेबल के पूर्व या उत्तर दिशा में रखना शुभ रहता है लेकिन इसे उत्तर-पूर्व की दिशा के मध्य में बिलकुल ना रखें।
– आपके बच्चे के स्टडी रूम में मंदिर जरूर होना चाहिए। मंदिर में रोज़ कपूर या फिर घी का दीपक जलाएं।
बच्चा पढ़ाई में कमज़ोर है तो वास्तुशास्त्र के अनुसार इन नियमों का पालन कर आप अपने बच्चे की पढ़ाई में सुधार ला सकते हैं। जब बच्चे के आसपास सकारात्मक ऊर्जा रहेगी तो उसका ध्यान अपने आप ही पढ़ाई में लगेगा।