भगवान शिव ने बताए थे मृत्यु से पहले मिलते हैं ये मृत्यु के संकेत !
मृत्यु के संकेत – शिव को मृत्यु को देवता कहा गया है। भगवान शिव विनाशकारी और संहारक हैं। श्मशान के देवता होने के कारण भगवान शिव मनुष्य को मृत्यु प्रदान करते हैं।
मृत्यु, जीवन का एक अहम हिस्सा है जिसे नकारा नहीं जा सकता है। अगर जीवन है तो मृत्यु भी निश्चित है लेकिन ये बात कोई नहीं बता सकता कि मृत्यु कब और कैसे आएगी।
मनुष्य को मृत्यु से सबसे अधिक भय रहता है। शास्त्रों में कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताया गया है जिनसे आप जान सकते हैं कि आपकी मृत्यु निकट है। भगवान शिव ने स्वयं माता पार्वती को मृत्यु के इन संकेतों के बारे में बताया था।
आइए जानते हैं कि मृत्यु के आने से पहले मनुष्य को क्या मृत्यु के संकेत मिलते हैं।
मृत्यु के संकेत –
1 – प्रथम संकेत
यदि किसी व्यक्ति को चंद्रमा या सूर्य के आसपास काले या लाल रंग का घेरा दिखाई देने लगे तो समझ जाएं कि उसकी मृत्यु को केवल 15 दिन ही शेष बचे हैं। 15 दिन के भीतर उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाएगी।
2 – दूसरा संकेत
अगर किसी व्यक्ति को रात के समय चंद्रमा या तारे ठीक तरह से दिखाई न दें तो उस व्यक्ति की मृत्यु एक माह के अंदर होने की संभावना है।
3 – तीसरा संकेत
अगर आपको अचानक से चंद्रमा और सूरज का रंग काला दिखाई देने लगे या सभी दिशाएं घूमती हुई महसूस हों तो आपकी मृत्यु 6 माह के अंदर हो सकती है।
4 – चौथा संकेत
जब किसी व्यक्ति का शरीर पीला या सफेद होने लगे या शरीर पर लाल रंग के निशान पड़ने लगे तो इसका अर्थ है कि उसकी मौत 6 महीने में होने वाली है।
5 – पांचवा संकेत
बाएं हाथ का लगातार फड़कना भी मृत्यु का संकेत है। तालू सूखने का भी मतलब है कि उस व्यक्ति की मृत्यु एक माह के भीतर हो सकती है।
6 – छठा संकेत
अगर किसी व्यक्ति को अचानक नीले रंग की मक्खियां घेर लें तो उसके जीवन का अंत एक माह के भीतर हो सकता है। नीले रंग की मक्खियां भी मृत्यु का संकेत देती हैं।
7 – सांतवां संकेत
अगर किसी व्यक्ति को पानी, तेल, घी और शीशे में अपनी परछाई दिखना बंद हो जाए तो इसका अर्थ है उस व्यक्ति का जीवन सिर्फ 6 माह शेष बचा है।
ये है मृत्यु के संकेत – अगर आपको या आपके आसपास किसी भी व्यक्ति को ये संकेत मिल रहे हैं तो निकट भविष्य में उस व्यक्ति की मृत्यु की पूरी संभावना है।