ये गुण रखने वाली महिलाओं को माना जाता है ‘अलक्ष्मी ’
शास्त्रों में स्त्रियों के गुण और अवगुण के बारे में बताया गया है।
शास्त्रों के अनुसार स्त्रियों के कुछ गुण एवं अवगुण ऐसे होते हैं जो किसी के जीवन को बर्बाद कर सकते हैं। विभिन्नि शास्त्रों में भाग्यहीन और विलक्षण स्त्री के कुछ विशेष लक्षणों का वर्णन किया गया है। शास्त्रों का कहना है कि ऐसी स्त्रियां दूसरों के लिए खतरनाक और विनाशक साबित हो सकती हैं।
चलिए जानते हैं अलक्ष्मी – भाग्यहीन स्त्रियों के लक्षणों के बारे में।
– जो स्त्री अपने शरीर को साफ नहीं रखती हो या गंदे कपड़े पहनती हो उसे भाग्यहीन समझा जाता है। स्त्रियों को समाज की धुरी समझा जाता है इसलिए उन्हें अपनी साफ-सफाई का सबसे पहले ध्यान रखना चाहिए।
– पराए पुरुषों से संबंध रखने वाली स्त्रियों को अलक्ष्मी समझा जाता है। जो स्त्री पाप कर्म में लिप्त रहती हो उसे घर-परिवार के लिए शुभ रहती है। अवैध संबंध रखने वाली स्त्री को अच्छा नहीं माना जाता है।
– छल-कपट करने वाली, गलत भाषा का प्रयोग करने वाली और बात-बात पर गुस्सा करने वाली स्त्री को भी अलक्ष्मी अशुभ समझा जाता है। ऐसी स्त्रियां अपने घर-परिवार को समेटकर नहीं रख पाती हैं और इनका परिवार बिखरा हुआ रहता है।
– अपने घर को सज-संवारकर नहीं रखने वाली स्त्री भी उत्तम नहीं मानी जाती है। जिस स्त्री के विचारों में हीनता और बुराई हो उससे हमेशा दूर रहने में ही भलाई है। ऐसी महिला कभी किसी का अच्छा नहीं सोच सकती है।
– इस संसार में संतान सुख को सर्वोपरि बताया गया है लेकिन जो स्त्री इस सुख को नहीं मानती या अपनी संतान से स्नेह नहीं रखती उसे समाज और परिवार के लिए उत्तम नहीं माना गया है।
– स्वार्थी महिलाओं को भी अलक्ष्मी की श्रेणी में रखा गया है। जो सिर्फ अपने बारे में जो सोचे और दूसरों से पहले अपना हित देखे, ऐसी स्त्रियों से कभी किसी को लाभ नहीं होता। समय पड़ने पर ये धोखा दे ही देती हैं इसलिए इनसे दूर ही रहना चाहिए।
– जो महिला हमेशा दूसरों के घरों में झगड़े का कारण बनती है, दूसरों से ईर्ष्या रखने वाली और दूसरों के घर में हो रहे झगड़े से खुश होने वाली स्त्री को भी उत्तम नहीं माना गया है।
– इधर की बात उधर करने वाली स्त्री को भी सही नहीं माना गया है। ऐसी स्त्री के कारण दूसरों के घरों में झगड़ा होता है और उनके रिश्तों में दरार पड़ जाती है। इसलिए ऐसी महिलाओं को अलक्ष्मी माना गया है।
शास्त्रों के अनुसार ये अवगुण रखने वाली स्त्रियां अलक्ष्मी का स्वरूप होती हैं। इन्हें घर-परिवार की सुख-शांति के लिए उत्तम नहीं माना गया है।