पूर्णिमा व्रत – जानिए क्या है व्रत विधि और व्रत का मुहूर्त
हिंदू धर्म के अनुसार पूर्णिमा का व्रत हर माह की पूर्णिमा अर्थात् चतुर्दशी के दिन करने का विधान है. कहते हैं कि चंद्रमा को पूर्णिमा का दिन बेहद प्रिय होता है. इस दिन चंद्रमा का सौंदर्य अद्भुत होता है. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा का आकार पूर्ण होता है.
पूर्णिमा व्रत विधि
हिंदू शास्त्रों के अनुसार प्रात:काल स्नान के पश्चात् पूर्णिमा के व्रत का संकल्प लेना चाहिए. अपने घर के पूजन स्थल में घी का दीपक जलाएं और ईश्वर से आपके व्रत को फलित करने और आपकी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करें. पूर्णिमा का व्रत रात के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर खोला जाता है. इसलिए पूर्णिमा के दिन जब चंद्रमा निकल आए तो अर्घ्य दें और अपना व्रत तोड़ें. पूर्णिमा के दिन पूजन के पश्चात् किसी ब्राह्मण को अन्न का दान करें. ऐसा करने से चंद्र देव प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
पूर्णिमा व्रत का महत्व
हिंदू पंचांग में चंद्र कला के आधार पर हर महीने के 30 दिनों को 2 भागों में 15-15 दिन करके बांटा गया है. पहले 15 दिन में शुक्ल पक्ष और दूसरे 15 दिन में कृष्ण पक्ष होता है. माह के शुक्ल पक्ष के 15वें दिन को पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. पूर्णिमा की खासियत यह है कि हर माह की पूर्णिमा को कोई न कोई व्रत या त्योहार जरूर पड़ता है.
पूर्णिमा के दिन करें ये उपाय
हिंदू धर्म में पूर्णिमा के दिन को बेहद खास और पवित्र माना गया है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से मन की सभी मनोकानाएं पूरी होती हैं. आइए जानते हैं पूर्णिमा के उपायों के बारे में -:
– मान्यता है कि पूर्णिमा के शुभ दिन पीपल के पेड़ पर मां लक्ष्मी वास करती हैं. इसलिए जिन लोगों को भी धन की कामना है वे पूर्णिमा के दिन स्नान के पश्चात् पीपल के पेड़ पर कुछ मीठा अर्पित करें. इसके पश्चात् पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और उसके आगे धूप-अगरबत्ती भी जलाएं. अब पीपल के पेड़ के आगे खड़े होकर देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करें कि वो आपकी धन संबंधित परेशानियों को दूर करें.
– चंद्रमा के देवता भगवान शिव हैं इसलिए पूर्णिमा के दिन भगवान शिव की आराधना करने से भी चंद्र देव प्रसन्न होते हैं. अत: शिव और चंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए पूर्णिमा के दिन शिवलिंग पर कच्चे दूध से अभिषेक करें और उसके पश्चात् उस पर शहद, बेल पत्र, शमी पत्र और फल चढ़ाएं. इस उपाय को करने से आपके घर में सुख-शांति का आगमन होगा.
– पूर्णिमा के दिन घर के मुख्य दरवाज़े पर आम के पत्तों का तोरण बांधना भी बहुत शुभ होता है. इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है.
ध्यान रखें
– पूर्णिमा का दिन अत्यंत पवित्र होता है इसलिए इस दिन किसी भी तरह की तामसिक वस्तु का सेवन या प्रयोग न करें.
– अनैतिक कार्यों जैसे जुआ, नशा, क्रोध और हिंसा से दूर रहें.
ध्यान मंत्र
चंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए 108 बार इस मंत्र का जाप करें -:
– ऊं सों सोमाय नम:..
– ऊं ऐं क्लीं सौमाय नामाय नम:..
– ऊं श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:..
– ऊं चं चंद्रमस्यै नम:..
पूर्णिमा व्रत मुहूर्त
जून माह में पूर्णिमा तिथि 09, 2017 शुक्रवार को !