ज्योतिष के अनुसार नवग्रहों की शांति के लिए करें ये उपाय
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मनुष्य के जीवन पर ग्रहों का प्रभाव पड़ता है। मनुष्य का व्यवहार, स्वभाव और उसका भविष्य काफी हद तक ग्रहों पर निर्भकर करता है। ग्रहों के अशुभ स्थिति में होने पर परेशानियों और समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कोई ग्रह तो जीवन को नर्क के समान बना देता है। इसलिए ग्रहों की शांति करवाना बहुत आवश्यक होता है।
नवग्रहों की शांति के लिए अनके उपाय किए जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार इन उपायों द्वारा आप ग्रहों के अशुभ फल से मुक्ति पा सकते हें। आइए जानते हैं ग्रह शांति के उपाय -:
नवग्रह पूजन
नवग्रह यानि नौ ग्रहों की शांति के लिए नवग्रह पूजा की जाती है। जीवन को बाधा मुक्त बनाने, स्वस्थ जीवन पाने और धन की प्राप्ति हेतु नवग्रह पूजा का विधान है। जब कभी मनुष्य के जीवन पर कोई विपत्ति आती है तो उसे नवग्रह शांति पूजा करवाने की सलाह दी जाती है।
हिंदू धर्म में नवग्रह पूजा का प्रचलन बहुत पुराना है। यदि आपके परिवार में कोई परेशानी चल रही है या आर्थिक संकट आ रहा है या परिवार में कोई सदस्य बीमार रहता है तो आपको नवग्रह पूजन करवानी चाहिए। नवग्रहों की शांति के लिए हवन और यज्ञ करवाया जाता है। नवग्रह शांति पूजा में संपूर्ण नौ ग्रहों के प्रतिनिधि वृक्षों के पंचगव्य यानि फूल, पत्ते, डाल, जड़ और छाल को समिधा के रूप में प्रयोग किया जाता है। जिस ग्रह से जो अनाज और सामग्री संबंधित होती है, उसी से हवन में आहूति दी जाती है। मनोकामना की पूर्ति और समस्या के अनुसार भिन्न संख्या में मंत्रों ये आहूति दी जाती है। इस प्रकार नवग्रह की शांति पूजा की जाती है।
नवग्रह यंत्र की स्थापना
नवग्रह की शांति के लिए नवग्रह यंत्र की स्थापना भी की जाती है। इस यंत्र की पूजा से ग्रह पीड़ा शांत होती है। नवग्रह यंत्र की स्थापना के बाद नियमित नवग्रह स्तोत्र से इसका पूजन किया जाता है।
अंगूठी एवं पेंडेंट
नवग्रहों से संबंधित परेशानी को दूर करने के लिए उनसे संबंधित रत्नों की अंगूठी और पेंडेंट भी धारण किया जाता है। इन रत्नों की ऊर्जा से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
अगर आपके जीवन में किसी भी ग्रह के कारण कोई भी परेशानी आ रही है तो आपको नवग्रहों की शांति पूजन अवश्य करवाना चाहिए। इसके अलावा आप नवग्रह से संबंधित रत्न धारण करके भी उनका शुभ फल पा सकते हैं।