नीम करौली बाबा के यह 5 मंदिर जहाँ जाने से बन जाते हैं बिगड़े से बिगड़े काम
बीसवीं शताब्दी के सबसे महान संतों में से एक थे नीम करौली बाबा जिन्हें नीब करौरी बाबा या महाराजजी के नाम से भी जाना जाता है. भारत ही नहीं बल्कि पश्चिमी देशों के लोग भी नीम करौली बाबा पर पूरी आस्था रखते हैं. नीम करौली बाबा ने महज़ 17 साल की उम्र में ज्ञान प्राप्त कर लिया था. नीम करौली बाबा को हनुमान जी का सबसे बड़ा भक्त कहा जाता है. अपने पूरे जीवनकाल में नीम करौली बाबा ने हनुमान जी के 108 मंदिर बनवाए थे.
आइए जानते हैं नीम करौली बाबा के पवित्र मंदिरों के बारे में -:
अकबरपुर महाराजजी जन्मस्थान
उत्तर प्रदेश के छोटे से गांव अकबरपुर में बाबा नीम करौली का जन्म हुआ था अर्थात् अकबरपुर बाबा का जन्मस्थान है. बाबा के जन्मस्थान पर उनके नाम से एक मंदिर बनवाया गया है. यह मंदिर स्थानीय लोगों के बीच ज्यादा प्रसिद्ध है. यहां पर पश्चिमी देशों के लोग कम ही आते हैं. इस मंदिर में हर रोज़ लगभग 20,000 लोगों को महराजजी के नाम से भंडारे में प्रसाद खिलाया जाता है.
कैंची धाम
नैनीताल के कैंची धाम में स्थित हनुमान मंदिर पूरी दुनिया में नीम करौली बाबा के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है. मान्यता है कि हनुमान जी के इस मंदिर में भक्त अपनी बिगड़ी तकदीर को बनाने की कामना लेकर यहां आते हैं. फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग भी फेमस होने से पहले इसी मंदिर में आए थे. उन्हें इस मंदिर में आने की सलाह खुद ऐप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने दी थी. अब आप इस पावन मंदिर की महिमा का अंदाज़ा खुद ही लगा सकते हैं. हॉलीवुड एक्ट्रेस जूलिया रॉबर्ट्स भी बाबा की भक्त हैं. इस मंदिर में हनुमान जी के अलावा राम-सीता और मां दुर्गा के भी छोटे-छोटे मंदिर बने हुए हैं.
संकटमोचन हनुमान मंदिर, लखनऊ
लखनऊ से तकरीबन 80 किमी की दूरी पर हरदोई जिले में हत्याहरण नामक तीर्थ स्थान पर संकटमोचन हुनमान मंदिर स्थित है. भादो के महीने में हर साल यहां पर लाखों श्रद्धालु आकर बाबा के दर्शन करते हैं. भादो के महीने में इस पवित्र तीर्थस्थल में स्नान करने का भी बहुत महत्व है. मंगलवार के दिन भी इस मंदिर में मेला लगता है. मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद इस मंदिर में पूरी होती है.
वृंदावन आश्रम
नीम करौली बाबा की मृत्यु 10 सितंबर 1973 को हुई थी. वृंदावन की पवित्र स्थली पर बाबा की समाधि बनी हुई है. इस आश्रम में नीम करौली बाबा की एक प्रतिमा भी स्थापित है. नीम करौली बाबा ने इस पवित्र स्थान को अपने समाधि स्थल के रूप में चुना था. इस मंदिर में बड़ी संख्या में विदेशों से भी भक्त आते हैं. मान्यता है कि बाबा के इस धाम में आने से भक्तों को पुण्य की प्राप्ति होती है.
पनकी हनुमान मंदिर
उत्तर प्रदेश के कानुपर के निकट पनकी में नीम करौली बाबा का पनकी हनुमान मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है. हनुमान जी को समर्पित ये मंदिर अत्यंत प्राचीन है. पनकी हनुमान मंदिर में रोज़ ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं लेकिन मंगलवार के दिन यहां विशेष मेला लगता है. कानपुर आने वाले तीर्थयात्री हनुमान जी के इस मंदिर के दर्शन करना नहीं भूलते हैं.
अगर आप भी हनुमान जी के बहुत बड़े भक्त हैं तो आपको जीवन में एक बार हनुमान जी के इन मंदिरों के दर्शन जरूर करने चाहिए. मान्यता है कि इन चमत्कारिक मंदिरों में प्रार्थना करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं.