भगवान गणेश के भक्तों के लिए संपूर्ण तीर्थ के समान हैं ये मंदिरें !
भगवान गणेश के मंदिर – किसी भी शुभ कार्य से पूर्व सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है।
गणपति जीवन के हर दुख को दूर कर समृद्धि प्रदान करते हैं। भगवान गणेश के मंदिर हैं जिन्हें संपूर्ण तीर्थ कहा जाता है।
भगवान गणेश के मंदिर –
1 – श्री वरदविनायक
महाराष्ट्र के रायगढ़ के कोल्हापुर में स्थित भगवान गणेश का श्री वरदविनायक मंदिर बहुत खास है। इस मंदिर में कई सालों से नंददीप नाम से एक दीपक प्रज्वलित है।
2 – रणथंभौर मंदिर
राजस्थान के रणथंभौर किले के महल में गणेश जी का एक प्राचीन मंदिर है। मान्यता है कि श्रीकृष्ण और रुक्मिणी जी के विवाह का प्रथम निमंत्रण इन्हें ही भेजा गया था। तभी से लोग अपने विवाह का प्रथम निमंत्रण रणथंभौर गणेश को भेजते हैं।
3 – सिद्धिविनायक मंदिर
मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर अत्यंत प्रसिद्ध है। इस मंदिर में स्थापित गणेश जी की प्रतिमा की सूंड दाईं ओर मुड़ी हुई है। गणेश जी का यह स्वरूप सिद्धिविनायक कहलाता है।
4 – खजराना गणेश मंदिर
इंदौर के खजराना में स्थित यह गणेश मंदिदर मां अहिल्याबाई के शासनकाल में बनाया गया था। दूर-दूर से श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामना की पूर्ति हेतु प्रार्थना करने आते हैं।
5 – विघ्नेश्वर गणपति
पुणे के ओझर का गणपति मंदिर पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है। मान्यता है कि इसी स्थान पर भगवान गणेश ने विघनासुर नामक राक्षस का वध किया था।
6 – चिंतामणि गणपति
पुणे के चिंतामणि गणपति मंदिर के पास ही भीम, मुला और मुथा नाम की तीन नदियों का संगम होता है। किवदंती है कि अपने विचलित मन को वश में करने के लिए ब्रह्मा जी ने इसी स्थान पर तपस्या की थी।
7 – बल्लालेश्वर मंदिर
मुंबई-पुणे हाइवे पर बना बल्लालेश्वर मंदिर बहुत खास है। किवदंती है कि प्राचीन समय में एक बल्लाल नाम का बालक गणेश जी का परमभक्त था। उसने अपने गांव में विशेष पूजा का आयोजन किया। कई दिनों तक ये पूजन चला। इस पूजा में कई बच्चे शामिल हुए और लौटकर घर नहीं गए बल्कि गणेश जी के पूजन में ही बैठे रहे। इस कारण उन बच्चों के माता-पिता ने बल्लाल को खूब पीटा और गणेश जी की प्रतिमा के साथ उसे भी जंगल में फेंक दिया। तब भी भल्लाल गणेश जी के मंत्रों का जाप कर रहा था। उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर गणेश जी ने उसे दर्शन दिए।
8 – कनिपक्कम विनायक मंदिर
आंध्र प्रदेश के चित्तूर में स्थित कनिपक्कम विनायक मंदिर नदी के बीचों-बीच बना है। इस मंदिर में स्थापित गणेश जी की मूर्ति का आकार दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है।
ये है भगवान गणेश के मंदिर – मंगलकारी भगवान गणेश के भक्तों को उनके इन प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन अवश्य करने चाहिए। गणेश जी के भक्तों के लिए ये मंदिर संपूर्ण तीर्थ के समान हैं।