राजयोग के बाद भी कंगाल बना देता है कुंडली का ये योग
ज्योतिष के अनुसार कुंडली के कुछ योग जातक को दरिद्र बना सकते हैं। इसी प्रकार के योग में से एक है केमद्रुम योग जो जीवनभर किसी व्यक्ति को दरिद्र बनाए रख सकता है।
यह योग चंद्रमा से जुड़ा है। इस योग की खास बात यह है कि ये सीधा किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पर वार करता है।
कब बनता है केमद्रुम योग
– यदि कुंडली में बैठे चंद्रमा के द्वितीय और बारहवें भाव में कोई ग्रह ना बैठा हो तो ऐसी स्थिति में केमद्रुम योग बनता है।
– अगर कुंडली में चंद्रमा किसी अन्य ग्रह के साथ युति ना कर रहा हो या इस पर किसी भी शुभ ग्रह की दृष्टि ना पड़ रही है तो ऐसी स्थिति में कुंडली में केमद्रुम योग का निर्माण होता है।
– आपको बता दें कि ज्योतिष में राहु-केतु की गणना नहीं की जाती है। ये दोनों छाया ग्रह हैं।
अगर किसी जातक की कुंडली में राजयोग के साथ-साथ केमद्रुम योग भी बन रहा है तो उस स्थिति में राजयोग निष्फल हो जाता है और व्यक्ति को केमद्रुम योग के परिणाम झेलने पड़ते हैं। ऐसा व्यक्ति राजा बनते-बनते कंगाल बन जाता है।
इस योग के प्रभाव
– ज्योतिष की दुनिया में केमद्रुम योग को अशुभ बताया गया है। इसका प्रभाव व्यक्ति के संबंधों पर भी पड़ता है। केमद्रुम योग पत्नी, संतान, घर, परिवार, धन, वाहन और माता-पिता को भी प्रभावित करता है।
– इस योग के प्रभाव में व्यक्ति को स्त्री सुख, अन्न, घर और परिवार का सुख नहीं मिल पाता है। इनकी आय का भी कोई साधन नहीं होता है एवं यह हमेशा गरीब ही रहते हैं। ये अल्पबुद्धि और मलिन वस्त्र धारण करने वाले नीच चरित्र वाले बन जाते हैं।
– केमद्रुम योग के प्रभाव में व्यक्ति का पूरा जीवन संघर्ष और अभाव में ही गुज़र जाता है। इस योग को दुर्भाग्य का सूचक भी कहा जाता है। कुछ विशेष योगों में केमद्रुम भंग होकर राजयोग का निर्माण करता है।
इस योग के उपाय
इस योग के कुप्रभाव से बचने के लिए अपने घर में दक्षिणवर्ती शंख रखें। श्रीसूक्त का पाठ करने से भी लाभ होगा।
– चांदी के श्रीयंत्र में मोती धारण करें।
– किसी भी ग्रह की शांति के लिए उससे संबंधित वस्तुओं का दान करना चाहिए। चंद्रमा से संबंधित वस्तुओं जैसे दूध, दही, सफेद मिठाई और चावल का दान करें।
– अपनी जेब में हमेशा चांदी का चौकोर टुकड़ा रखें।
– अपने घर के पूजन स्थल में गंगाजल जरूर रखें।
केमद्रुम योग ना केवल आपकी आर्थिक स्थिति बल्कि आपके पारिवारिक जीवन के लिए भी घातक हो सकता है इसलिए इस योग से बचने का जितना हो सके प्रयास जरूर करें।