करोड़पति

कुंडली के यह मुख्य योग बनाते हैं इन्सान को रातोंरात करोड़पति

करोड़पति बनने का सपना तो हर किसी की आंखों में सजता है लेकिन चंद ही ऐसे लोग होते हैं जिनका ये सपना पूरा हो पाता है.

पैसों का जीवन में कितना महत्त्व ये आपको बताने की जरूरत नहीं है. कहते हैं कि पैसे हैं तो खुशियां हैं. पैसे से हर चीज़ खरीदी जा सकती है, यहां तक कि प्यार भी. लेकिन गिने चुने लोग ही इतने खुशकिस्मत होते हैं.

कोई मेहनत करके करोड़पति बनता है तो कोई गलत कामों से पैसा कमाता है लेकिन पैसा ऐसी चीज़ है जो सबके पास नहीं टिकता.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली के कुछ खास योग में ही कोई व्यक्ति करोड़पति बन पाता है. आपको बता दें कि पैसा सिर्फ उसके पास टिकता है जिसकी कुंडली में धन योग होता है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कुंडली के किस योग और दशा में कोई व्यक्ति करोड़पति बनता है.

कुंडली मे योग

– कुंडली का दूसरा भाव धन और ग्यारहवे  भाव को लाभ का स्थान कहा जाता है. इन दो भावों में शुभ ग्रहों का बैठना उस जातक को आर्थिक रूप से मज़बूत बनाता है.

– किसी भी जातक की आर्थिक स्थिति की गणना करने के लिए उसकी कुंडली के चौथे और दसवें भाव की शुभता पर ध्यान दिया जाता है. अगर इन दो भावों में कोई शुभ ग्रह बैठा हो तो वह जातक रातोंरात करोड़पति बन सकता है.

– कुंडली का पांचवा घर शुक्र क्षेत्र यानि वृषभ-तुला हो और उसमें शुक्र ग्रह ही‍ विराजमान हो तथा लग्न में मंगल बैठा हो तो वह व्यक्ति धनवान बनता है.

– अगर किसी की कुंडली में कर्क लग्‍न में चंद्रमा बैठा हो और गुरु, बुध का योग या दृष्टि पंचम भाव पर पड़ रही हो तो ऐसे व्यक्ति के करोड़पति बनने की प्रबल संभावना होती है.

– यदि किसी की कुंडली में चंद्रमा पंचम भाव में और शनि उत्तम भाव में बैठा हो तो वह व्यक्ति अपने जीवन में खूब पैस कमाता है.

– कुंडली में धनेश, सुखेश या लाभेश छठे, आठवें या बारहवें भाव में बैठा हो या इसके स्वामियों  से युति हो रही हो तो ऐसी स्थिति में वह जातक कर्ज और धन के अभाव से परेशान रहता है.

इस तरह आप भी स्वयं देख सकते हैं कि आपकी कुंडली में करोड़पति बनने का योग है या नहीं.

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