हनुमान जी के इस मंत्र के जाप से दूर होगा हर कष्टो !
हनुमानजी के मंत्र – हनुमान जी अपने भक्तों की सच्ची श्रद्धा और आस्था से जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।
हनुमान जी की कृपा जिसके ऊपर पड़ जाए उसे कभी भी भय या डर नहीं लगता। हनुमान जी को प्रसन्न करना बहुत सरल है। हनुमान जी की भक्ति आपको किसी भी तरह की मुसीबत से निकाल सकती है। हनुमान जी को सिद्धियों का दाता कहा जाता है एवं उन्हें प्रसन्न कर किसी भी सिद्धि या शक्ति को प्राप्त किया जा सकता है।
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है। इस साधना में कुछ तांत्रिक मंत्रों का जाप कर सकते हैं। हनुमानजी के मंत्र का जाप करने से भी वे प्रसन्न हो जाते हैं और आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
हनुमानजी के मंत्र इस प्रकार हैं -:
ऊं हुं हुं हनुमतये फट्।
ऊं पनव नन्दनाय स्वाहा।
ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।
शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार से इन मंत्रों का जाप आरंभ करें। लाल रंग के आसन पर हनुमान जी की मूर्ति की स्थापना करने के बाद उसके आगे घी का दीपक जलाएं और लाल चंदन एवं मूंगे की माला से रोज़ 11 माला इन मंत्रों का जाप करें। आपको हनुमान जी के इन बीज मंत्रों का जाप 40 दिन तक करना है।
जिस घर में अष्टदशाक्षर मंत्र का जाप होता है वहां पर किसी भी प्रकार की कोई भी मुसीबत नहीं आती है। हनुमान जी स्वयं उस घर और वहां रहने वाले लोगों की रक्षा करते हैं। हनुमान जी को प्रसन्न करने का अष्टदशाक्षर मंत्र है -: नमो भगवते आन्जनेयाये महाबलाये स्वाहा।।
इस मंत्र का जाप 10000 बार करना है एवं इसके जाप के समय दशांस हवन करना चाहिए।
हनुमान जी के कुछ मंत्रों का जाप करने से सभी प्रकार के दुख और समस्याएं सदा के लिए खत्म हो जाती हैं। 41 दिनों तक रोज़ 3 या 7 माला इन मंत्रों का जाप करें। जाप से पूर्व हनुमान जी की मूर्ति के आगे घी का दीया जलाएं।
मंत्र है -:
– ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसहांरणाय सर्वरोगाय सर्ववशीकरणय रामदूताय स्वाहा।
– ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमित विक्रमाय प्रकटपराक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।
– ऊं ननमो हनुमते रुद्रावतराय वज्रदेहाय वज्रनखाय वज्रसुखाय वज्ररोम्णे वज्रनेत्राय वज्रइंताय वज्रकराय वज्र भक्ताय रामदूताय स्वाहा।
हनुमान जी के पूजन में ध्यान रखें ये बातें -:
– हनुमान जी की उपासना के दौरान पूरी तरह से ब्रह्मचर्य का पालन करें।
– क्रोध एवं अहं की भावना अपने मन में न आने दें। सच्चे मन से हनुमान जी की आराधना करें।
– हनुमान जी के पूजन में उन्हें घी से बने लड्डू का भोग लगाएं।
– हनुमान जी के पूजन के दौरान भक्त को तामसिक भोजन का त्याग कर देना चाहिए। अगर संभव हो तो नमक का सेवन भी न करें। मंगलवार के दिन व्रत रखें एवं इस दिन नमक का प्रयोग बिलकुल न करें।
ये है हनुमानजी के मंत्र – हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आप उपरोक्त दिए गए मंत्रों का जाप कर सकते हैं। इनके जाप से शीघ्र अति शीघ्र ही हनुमान जी प्रसन्न होंगें और आपकी मनोकामना पूर्ण करेंगें।