नवरात्र के शुभ दिनों में इन चीज़ों को घर लाने से बढ़ेगी सुख-समृद्धि
मां दुर्गा को समर्पित नवरात्र का पर्व बेहद शुभ और पवित्र होता है. नवरात्र के नौ दिनों के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक होता है. शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसी चीज़ें हैं जिन्हें नवरात्र के नौ दिनों में घर में लाने से देवी मां की कृपा बरसती है और वो आपकी हर मनोकामना को भी पूर्ण करती हैं.
तो चलिए जानते हैं नवरात्र में घर लाने वाली इन शुभ चीज़ों के बारे में -:
– मां लक्ष्मी को कमल का फूल बहुत प्रिय होता है. अगर कोई नवरात्रे के दिनों में कमल के फूल की किसी भी तरह की तस्वीर घर में लगाए तो उस घर पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा होने से उस घर में कभी भी पैसे की कमी नहीं होती.
– नवरात्र के शुभ दिनों में घर में चांदी या सोने का सिक्का लाना शुभ माना जाता है. यदि सिक्के पर भगवान गणेश या मां लक्ष्मी का चित्र हो तो यह अत्यंत शुभ होता है. नवरात्र में घर में सोने या चांदी का सिक्का लाने से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
– वैसे तो नवरात्रे के दिनों में मां दुर्गा की पूजा की जाती है किंतु इन पवित्र दिनों में देवी लक्ष्मी की आराधना से भी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. जो लोग धन पाने की कामना रखते हैं वे नवरात्र के दिनों में कमल के फूल पर विराजमान देवी लक्ष्मी की तस्वीर अपने घर में लगाएं. ध्यान रहे देवी लक्ष्मी की तस्वीर में उनके हाथों से धन की वर्षा भी होनी चाहिए.
– देवी सरस्वती को मोर पंख अत्यंत प्रिय होता है. नवरात्रों में मोर पंख को घर में लाने से कई तरह के स्वास्थ्यवर्द्धक फायदे और धन और ज्ञान की प्राप्ति होती है.
– मां दुर्गा को सोलह श्रृंगार बहुत अच्छा लगता है. अगर आप देवी मां को प्रसन्न करना चाहते हैं तो नवरात्र के दिनों में सोलह श्रृंगार का सामान घर लाएं. इस सोलह श्रृंगार को अपने घर के मंदिर में स्थापित करें. इस उपाय को करने से आपके घर-परिवार में हमेशा खुशियां बनी रहेंगीं.
तो इस तरह से नवरात्रे के पावन दिनों में इन चीजों को घर लाने से घर का सुख और सम्रद्धि दोनों में वृद्धि होती हैं. साथ ही साथ आपका यदि व्यापार नहीं चल रहा है या फिर आपके काम नहीं बनते हैं तो आपको नवरात्रों में योरफार्च्यून की मदद से आसानी से नवग्रह दोष पूजन कराना चाहिए. नवग्रह दोष पूजन के लिए यहाँ क्लिक करें.
इसी प्रकार से नवरात्रों में नवचंडी यज्ञ का भी विशेष महत्त्व बताया गया है. यह यज्ञ इतना शक्तिशाली होता है कि इसके अन्दर माता के नौ रूपों का किसी ना किसी रूप में आगमन होता है. नव चण्डी यज्ञ के लिए यहाँ क्लिक करें.