इन 6 श्रापों के कारण हुई थी राजा रावण की मृत्यु
रावण की मृत्यु – रावण ने अपने जीवन में कई पाप किए थे किंतु वह सबसे बड़ा ज्ञानी और पराक्रमी था।
उसे अनके वेदों का ज्ञान था इसलिए उसे महापंडित की उपाधि दी गई है। अपार ज्ञान, साहस, अनेक विद्याओं में संपन्न और शक्तिशाली होने पर भी राजा रावण को भगवान राम से युद्ध हारना पड़ा था।
रावण की हार का कारण उसे मिले 6 श्राप भी थे।
शास्त्रों की मानें तो अपने पाप कर्मों के कारण रावण को 6 श्राप मिले थे और रावण की मृत्यु का कारण भी बने।
रावण की मृत्यु के कारण –
1 – नलकुबेर का श्राप
स्वर्ग लोक में रावण को अप्सरा रंभा इतनी भा गई की वो उससे दुराचार पर उतर आया। रंभा, देवता नलकुबेर की बहन थी। जब यह बात नलकुबेर को पता चली तो उन्होंनें रावण को श्राप दिया कि अब से वह किसी भी स्त्री को उसकी इच्छा कि बिना स्पर्श नहीं कर पाएगा और यदि वह ऐसा करता भी है तो उसका मस्तक सौ टुकड़ों में बंट जाएगा।
2 – नंदी का श्राप
एक बार कैलाश पर्वत पर रावण ने भगवान शिव की नंदी के स्वरूप का मज़ाक उड़ाया था। रावण ने उन्हें बंदर के मुख के समान कहा था। इस बात से आहत होकर नंदीजी ने रावण को ये श्राप दिया था कि तेरा अंत बंदरों के कारण ही होगा।
3 – तपस्विनी का श्राप
एक स्त्री भगवान विष्णु को पति रूप में पाने के लिए तपस्या कर रही थी। रावण की नज़र उस पर पड़ी और रावण उसे बाल पकड़कर अपने साथ ले जाने लगा। उस तपस्विनी ने तभी अपनी देह त्याग दी और रावण को श्राप दिया कि तेरी मृत्यु का कारण एक स्त्री ही बनेगी।
4 – श्रूर्पर्णखा का श्राप
श्रूर्पणखा ने अपने भाई रावण के विरुद्ध जाकर विद्युतजिव्ह से विवाह कर लिया था। विश्वयुद्ध के दौरान रावण को विद्युतजिव्ह से भी युद्ध करना पड़ा और इस दौरान विद्युतजिव्ह की मृत्यु हो गई। अपने पति की मृत्यु पर रावण को मन ही मन श्राप दिया था कि उसी के कारण उसके भाई रावण का वध होगा।
5 – माया का श्राप
रावण की पत्नी मंदोदरी की बहन माया पर भी रावण की बुरी नज़र थी। उसने माया को अपने मोह जाल में फंसाने का प्रयास किया। इस बात का पता जब माया के पति शंभर राज को चला तो उन्होंने रावण को बंदी बना लिया। तभी राजा दशरथ ने शंभर पर आक्रमण कर दिया और इस युद्ध में शंभर की मृत्यु हो गई। उस समय रावण ने माया को सती होने से रोकना चाहा। तब माया ने क्रोधित होकर रावण को ये श्राप दिया की तुम्हारी मृत्यु भी तुम्हारी पत्नी के कारण ही होगी।
6 – अनरण्य का श्राप
अनरण्य नाम प्रतापी राजा ने रावण से भयंकर युद्ध किया था। इस युद्ध में अनरण्य राजा की मृत्यु हो गई लेकिन उन्होंने रावण को ये श्राप दिया कि उनके ही वंश के हाथों रावण की मृत्यु होगी। भगवान राम के वंशज रघुवंश से अनरण्य राजा थे।
ये श्रापों की वजह से रावण की मृत्यु हुई थी – इस प्रकार अपने पामकर्मों के कारण मिले श्रापों की वजह से रावण जैसे महान पराक्रमी और ज्ञानी को हार और मृत्यु का मुख देखना पड़ा था।